Movie Review Of Dil Bechara [ Sushant Singh Rajput]
हम अपने इस ब्लॉग के माध्यम से सुशांत सिंह राजपूत को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते है
सुशांत आप सदैव हमारे दिल में जीवित रहेंगे
सुशांत आप सदैव हमारे दिल में जीवित रहेंगे
दिल बेचारा मूवी रिव्यू
Poster of "Dil Bechara" |
12+ | | Comedy, Drama, Romance | 24 July 2020 (India)
IMDb - 9.6/10
दोस्तों , KG's Blog का नमस्कार, आज का ब्लॉग बहुत खास है | सुशांत सिंह राजपूत को हमारे बीच से गए हुए लगभग 40 दिन हो गए है पर आज भी उनकी याद हमारे साथ है और शायद हम उनकी वो प्यारी सी मुस्कान को कभी भूल भी नहीं पाएंगे | यह यकीन कर पाना काफी मुश्किल है की एक व्यक्ति जो हमेसा खुश रहता था , जिसकी खुद की एक दुनिया थी , मस्तमौला स्वाभाव ,मुस्कुराती हुई आँखे और उन आँखों में सारे ख्वाबो को पूरा करने की चाहत इस तरह से दुनिया को अलविदा कह सकता है | सुशांत दुसरो की मदद करने में हमेशा आगे रहते थे पर अफ़सोस जब उन्हें सबसे ज़्यादा मदद की जरुरत थी उस वक़्त उनके पास कोई नहीं था |
कहानी: एक लड़की है किजी बसु (संजना सांघी) जो अपनी मां (स्वास्तिका मुखर्जी) और पिता (साश्वता चटर्जी) के साथ रहती है। किजी को थायरॉयड कैंसर है और वह हर समय अपने ऑक्सीजन सिलेंडर, के साथ चलती है। इलाज के दौरान किजी की मुलाकात एक बेहद मस्तमौला लड़के इमैनुअल राजकुमार जूनियर यानी मैनी (सुशांत सिंह राजपूत) से होती है जो खुद एक कैंसर से जूझ रहा है । किजी अपनी मौत का इंतजार करती हुई एक अकेली लड़की है और मैनी कीजी से पहली नज़र से ही प्यार कर बैठता है इसके बाद मैनी कीजी को खुश रखना चाहता है | मैनी कीजी का वो सपना क्या है और इसको वो कैसे पूरा करता है इसके लिए आपको पूरी फिल्म देखनी होगी |
रिव्यू: फिल्म में आप सुशांत को देखकर हसेंगे और रोयेंगे| इस फिल्म में सुशांत, जो परदे पर फिर से जीवित होकर आये है| सुशांत के काम के बारे में शब्दों में नहीं बताया जा सकता , अगर आपने MS धोनी फिल्म देखि है तो आप यकीनन उनके काम के बारे में अच्छे से जानते होंगे की किस तरह उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी को परदे पर जीवित किया था उसी प्रकार इस फिल्म में मैनी के किरदार को जिया है |शायद कोई भी दूसरा कलाकार मैनी के किरदार को सुशांत से बेहतर नहीं कर पाता | उनकी ऐक्टिंग और कॉमिक टाइमिंग गजब की है। सुशांत के फेशल एक्सप्रेशन और डायलॉग डिलिवरी, वॉइस मॉड्यूलेशन सब बेहतरीन है। संजना सांघी को देखकर ऐसा नहीं लगता की यह उनकी पहली फिल्म है उनके क्यूट लुक्स और सादगी से भरा अंदाज़ कीजी बासु के किरदार को पूरी तरह न्याय करती है | किजी की मां के किरदार में स्वास्तिका मुखर्जी बिलकुल सही लग रही है । एक ऐसी बंगाली मां जो हर समय अपनी कैंसर से जूझती लड़की का ख्याल रखती है। किजी के पिता के रोल में साश्वता चटर्जी बेहतरीन हैं जो एक बिंदास बाप का किरदार निभा रहे हैं। वह अपनी बेटी की स्थिति समझते हुए भी उसे हर खुशी देते हैं और उनकी आंखों में अपनी बेटी के लिए दुख भी दिखाई देता है। सुशांत के मित्र के किरदार में साहिल वैद ने भी बहुत उम्दा काम किया है|एक समय पे जाके आपको लगेगा की जीवन में ऐसे दोस्त की कितनी ज़्यादा ज़रुरत है | कुछ सीन में साहिल अपनी डायलाग डिलेवरी से आपकी आँखों में आंसू ले आएंगे |यह फिल्म पुरे दिल से बनाई गयी है जो दिल को को छूती है|
फिल्म के गाने 'दिल बेचारा', 'मेरा नाम किजी', 'तुम ना हुए मेरे तो क्या' और 'खुल कर जीने का तरीका' बेहतरीन हैं। फिल्म का म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर एआर रहमान ने बेहद खूबसूरत दिया है।इस उल जुलूल रिमिक्स के दौर में इस फिल्म के ओरिजिनल गाने किसी भी संगीत प्रेमी के लिए एक खूबसूरत तोहफे की तरह है |
क्यों देखें: अपनी आखिरी फिल्म के आखिरी सीन में भी सुशांत ने अपने फैन्स को उन्हें हंसते हुए याद रखने का संदेश दे दिया है। यह फिल्म सुशांत के लिए सच्ची श्रद्धांजलि है इसलिए मिस न करें।
R.I.P Sushant Singh rajput
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